
शहर की सड़कों का बुराहाल:गड्ढों से पटी है वीआईपी रोड, दो साल से पेंचवर्क तक नहीं कराया
जिले में हाइवे के साथ ही शहर के भीतर सड़कें खराब हैं। मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद जिले में पीडब्ल्यूडी ने हाइवे पर काम शुरू करा दिया, लेकिन नगर निगम सड़कों की स्थिति से बेखबर है। शहर में कुछ सड़कें ऐसी हैं, जहां गाड़ी चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है। गड्ढों के कारण लोगों को दिक्कत हो रही है। खासबात यह है कि इसमें नटवर स्कूल से सत्तीगुड़ी चौक वाली सड़क सबसे ज्यादा खराब है। महापौर और अफसरों का खराब सड़कों पर एक ही जवाब है सड़क जल्द सुधारी जाएगी।
शहर में रेलवे ओवरब्रिज, कलेक्टर बंगला रोड, लालटंकी, केवड़ाबाड़ी-चांदनी चौक, स्टेशन चौक से मालधक्का समेत 6 से ज्यादा प्रमुख सड़कों की हालत बेहद खराब है। इस सड़कों से गुजरना मुश्किल होता है। ओवरब्रिज पर सड़क खस्ताहाल है। यहां बाइक और कार चालकों को गड्ढा बचाकर चलना पड़ता है। ढिमरापुर-केवड़ाबाड़ी रोड का पेंचवर्क लगभग 7 महीने पहले कराया गया था। इसके बाद नगर निगम ने सड़क पर ध्यान देना बंद कर दिया है। अभी हालांकि मरीन ड्राइव का काम चल रहा है।
संजय काॅम्प्लेक्स समेत सभी बड़े काम अटके
कोरोना के बाद जीवन सामान्य हो चुका है, लेकिन नगर निगम में पुराने काम अटके हुए हैं। संजय मार्केट का काम अब तक ठंडे बस्ते में है। इसके साथ ही कई प्रमुख सड़कों के निर्माण के लिए ठेकेदार नहीं मिलने के कारण काम नहीं हो पा रहा है।
वीआईपी सड़क का ऐसा हाल पहली बार हुआ
लगभग सालभर से पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस से नटवर स्कूल तक सड़क की हालत खस्ता है। उद्योगों में काम करने वाले लोगों के साथ ही शहर की आधा से अधिक आबादी रेलवे स्टेशन जाने इस रास्ते का उपयोग करती है। इस मार्ग पर कलेक्टर बंगला होने के कारण पहले नगर निगम का निर्माण विभाग इस सड़क का खास ख्याल रखता था। मामूली गड्ढा दिखने पर पेचवर्क होता था। अब सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। चारपहिया वाहनों की भी भीड़ होती है। गड्ढों के कारण बाइक सवार अक्सर दुर्घटना का शिकार होते हैं।